Drishyam 2 Review: विजय सालगांवकर के जबरदस्त फिल्मी अंदाज़ एव पैंतरे से नया आईजी भी चित, फिल्म के क्लाइमैक्स पर बजीं तालियां
Drishyam 2
Review
कहां पर दबी है लाश?
फिल्म ‘Drishyam 2’ की कहानी वहां से ही शुरू होती है जहां एक पुलिस अधिकारी की बेटे की हत्या का खुलासा हो चुका है लेकिन अभी भी उसकी लाश नहीं मिलती है।
पिता अपने बेटे की आत्मा की शांति के लिए उसके शव का अंतिम संस्कार करना चाहता है।
लेकिन उसे तो विजय सालगांवकर ने ऐसी जगह पर गाड़ दिया था जहां से चाहकर भी उसे निकाला नहीं जा सकता। लेकिन, अब मां भी लौट आई है।
विजय सालगांवकर का हर पैंतरा किसी न किसी फिल्म कि कहानी से ही निकलता है लकिन इस बार फिल्मी पुलिस पर फिल्मी पैंतरा ही भारी पड़ता है।
कलाकारों में कहे तो ये फिल्म पूरी की पूरी अजय देवगन की है।
फिल्म ‘Drishyam 2’ में तब्बू और रजत कपूर का भी काम सीमित ही है।
Drishyam 2 ऐसी फिल्म है जिसका असली आनंद परिवार के साथ भी लिया जा सकता है।
Drishyam 2 ऐसी फिल्म है जिसका असली आनंद परिवार के साथ भी लिया जा सकता है।